मरीजों-तीमारदारों को हो सकती है दिक्कत, आधी रात से थम जाएंगे एम्बुलेंसों के पहिए
आठ सूत्रीय मांगों को लेकर एंबुलेंस ड्राइवरों ने गुरुवार से आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। 24 घंटे के अंदर मांगों पर पहल नहीं होने पर महराजगंज में शुक्रवार की रात से एंबुलेंस के पहिए रोक देने की चेतावनी दी है। अगर ऐसा हुआ तो मरीजों को घर से अस्पताल और अस्पताल से घर ले जाने में तीमारदारों को दुश्वारियां होंगी।
जीवनदायनी स्वास्थ्य विभाग 108, 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के बैनर तले जवाहरलाल नेहरू स्मारक पीजी कालेज मैदान में प्रदर्शन कर रहे वाहन चालकों और इमरजेंसी मेडिकल तकनीशियन (ईएमटी) ने आरोप लगाया कि सेवा प्रदाता कंपनी उनका शोषण कर रही है। वार्ता के बावजूद अब तक ओवर टाइम व समय से वेतन का भुगतान नहीं कर रही है। इतना ही नहीं छह माह से पीएफ कटौती किस्त का भुगतान नहीं कर रही है।
भर्ती के नाम पर कंपनी चालक से 25 हजार और ईएमटी से 50 हजार का डीडी वसूल किया गया है। फर्जी केस बढ़ाने का दबाव बनाया जा रहा है। इसे लेकर पांच माह पहले इसी मैदान में अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार शुरू किया गया था। दो दिन एंबुलेंस के पहिए थमने के बाद जिले से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया। लखनऊ के कर्मचारियों ने आधी रात जिले में पहुंचकर उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
लेकिन अब तक उनकी मांगों पर पहल नहीं की गई। चेतावनी दी कि यदि शुक्रवार की शाम तक मांगों पर पहल नहीं होता है तो रात में एंबुलेंस खड़ीकर अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार शुरू किया जाएगा।
एंबुलेंस ठप होने से मरीजों व तीमारदारों को काफी दुश्वारियां होंगी। इन कर्मचारियों की मांगों को लेकर उनके उच्च अधिकारियों से बात की जाएगी। एंबुलेंस सेवा नहीं बंद करने के लिए कर्मचारियों से खुद वार्ता की जाएगी।